Trial Balance दो शब्दों से मिल कर बना होता है। जिसमें Trial का अर्थ जांचने से तथा Balance का अर्थ शेष से होता है। इस प्रकार Trial Balance का पूरा अर्थ खातों की जाँच करने से होता है।
व्यापारी द्वारा व्यापार मे होने वाले प्रतिदिन व्यवहारों को दैनिक बही (Journal) मे लिखा जाता है। फिर इस दैनिक बही के आधार पर अपने-2 खातों मे खतौनी (Posting) की जाती है। तथा खातों (Ledgers) मे Posting करने मे कोई गलती तो नहीं हुई है। इसकी जाँच करने के लिए व्यापारी द्वारा एक खाता या लेखा तैयार किया जाता है। जिसे तलपट या Trial Balance कहते हैं।
यदि Trial Balance के Debit पक्ष और Credit पक्ष का योग समान नहीं होता है। तो व्यापारी को ज्ञात हो जाता है। की दैनिक बही (Journal) या खाता-बही (Ledger) मे कोई न कोई त्रुटि तो हुई है।
Trial Balance के आधार पर व्यापारी आसनी से अपने खातों की शुद्धता की जाँच कर सकता है। क्योंकि Trial Balance का मिलना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि इसी के आधार पर अंतिम खाते (Final Account) तैयार किये जाते हैं।
तलपट किसे कहते है। तलपट क्यों बनाया जाता है।
लेखांकन किसे कहते हैं। (What is Accounting)