खाताबही (Ledger) से आशय उस बही या रजिस्टर से होता है। जिसके अंतर्गत एक ही पक्ष के खातों को एक जगह लिखा जाता है। जैसे – राम के खाते के लिए खाता बही में एक पृष्ठ (Page) संख्या निर्धारित की जाती है। इस पृष्ठ पर केवल राम से संबंधित व्यवहारों को लिखा जायगा। इसी तरह प्रत्येक खाते के लिए खाताबही (Ledger) मे एक पृष्ठ संख्या निर्धारित की जाती है।
Ledger मे व्यक्तिगत, वास्तविक और अवास्तविक सभी प्रकार के खातों को रखा जाता है। ताकी आवश्यकता पढ़ने पर प्रत्येक खाते की स्थिति को आसानी से ज्ञात की जा सके।
खाताबही कब लिखी जाती है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं। की लेखांकन की शुरुआत Journal या दैनिक बही से होती है। तो Journal के आधार पर प्रत्येक पक्ष के खातों को खाता बही लिखा जाता है। और Journal से खाता बही में लिखने की प्रक्रिया को खतौनी या Posting कहते हैं। अतः हम कह सकते हैं। की रोजनामचा (Journal) मे प्रविष्टि करने के बाद उन प्रविष्टि की खाता बही में खतौनी (Posting) की जाती है।