लेखांकन 2 शब्दों से मिलकर बना है। जिसमें लेख का अर्थ लिखने से होता है। तथा अंकन का अर्थ अंकों से होता है। अर्थात व्यवसाय में प्रत्येक व्यवहारों को अंको में लिखा जाना ही लेखांकन होता है।
लेखांकन में केवल उन्ही घटनाओं अथवा व्यवहारों को शामिल किया जाता है जिनका संबंध अंको अर्थात रुपयों से होता है। अतः हम कह सकते हैं। की व्यवसाय के वित्तीय लेन-देनो को लिखा जाना ही लेखांकन (Accounting) है।
लेखांकन का मुख्य उद्देश्य व्यवसाय मे होने वाली प्रत्येक घटनाओं को इस प्रकार लिखना होता है। की आवश्यकता पड़ने पर व्यवसाय की आर्थिक स्थिति को आसानी से ज्ञात किया जा सके। तथा ईन घटनाओं (Transition) के आधार पर अंतिम खाते (Final Account) जैसे – Trading Account, Manufacturing Account, Profit and Loss Account, Capital Account और Balance Sheet तैयार किए जा सके।